Tuesday, 28 October 2014

गुमराह की राजनीति

देशभक्ति की राजनीति, डर/दबाव की राजनीति, लालच की राजनीति के बाद अब गुमराह की राजनीति का दौर चल रहा है। कालाधन एक ऐसा मुद्दा था जिसे चुनाव में मोदी ने बहुत जोर-शोर से उठाया था। उनके 100 दिन में कालाधन वापस लाने के वादे पर लोगों ने विश्वास किया और उनको पूर्ण बहुमत भी दिया। अब उनका ये वादा केवल एक वादा ही बनकर रह गया है क्योंकि कालाधन वापस आना तो दूर अभी तक उनके नामों का भी खुलासा नहीं हो पाया है।
अब सरकार का एक बेतुका ब्यान और देखिए उनका कहना है कि उन्हें ये ही नहीं पता है कि विदेशों में जो कालाधन जमा है वो गैरकानूनी धन है या कानूनी। अब उनकी मनसा साफ जाहिर हो रही है कालेधन वालों को बचाने की कवायद भर चल रही है। कालेधन के नाम पर केवल देश के लोगों को गुमराह ही किया जा रहा है।

No comments:

Post a Comment